Mysore Sandal Soap: एक बार फिर सुर्खियों में आया मैसूर सैंडल सोप, आनंद महिंद्रा की पोस्ट ने बढ़ाई लोकप्रियता
Mysore sandal soap is in the news again, Anand Mahindra's post increased its popularity
Mysore Sandal Soap: भारतीय उद्योग जगत के जाने-माने चेहरा आनंद महिंद्रा के एक ट्वीट ने कर्नाटक के मशहूर मैसूर सैंडल सोप को एक बार फिर से सुर्खियों में ला दिया है। अपने पोस्ट में उन्होंने इस साबुन से जुड़ी अपनी पुरानी यादों को साझा करते हुए इसे फिर से खरीदने की इच्छा व्यक्त की। इस घटना के बाद यह ऐतिहासिक ब्रांड राष्ट्रीय चर्चा का विषय बन गया है।
दक्षिणी भारत में सबसे ज्यादा लोकप्रियता
Mysore Sandal Soap की लोकप्रियता का बड़ा हिस्सा दक्षिणी भारतीय राज्यों से आता है। आंकड़ों के मुताबिकइसकी 81% बिक्री दक्षिण भारत से होती है। आंध्र प्रदेश इस उत्पाद का सबसे बड़ा उपभोक्ता है उसके बाद तमिलनाडु और कर्नाटक का स्थान आता है। इसकी जड़ों में सांस्कृतिक लगाव है जिससे यह साबुन आज भी वहां के लोगों के जीवन का अभिन्न हिस्सा बना हुआ है।
देशव्यापी विस्तार की तैयारी
मैसूर सैंडल सोप का निर्माण करने वाली कर्नाटक सोप्स एंड डिटर्जेंट्स लिमिटेड (KSDL) अब इस प्रतिष्ठित उत्पाद को पूरे देश में फैलाने की योजना बना रही है। कंपनी 480 नए डिस्ट्रीब्यूटर्स जोड़ने का विचार कर रही है जिससे यह साबुन उत्तर, पश्चिम और पूर्व भारत के बाजारों तक पहुंच सके। जानकारी के अनुसार, कंपनी अपने विस्तार के तहत जम्मू-कश्मीर, नागालैंड, गुजरात और पंजाब जैसे राज्यों को भी कवर करने की तैयारी कर रही है।
ब्रांड की टैगलाइन में बदलाव का संकेत
पिछले 40 वर्षों से Mysore Sandal Soap अपने विशेष ओवल आकार और लाल-हरे रंग की पैकेजिंग के लिए पहचाना जाता है। इसके साथ ही इसकी टैगलाइन “100% शुद्ध चंदन तेल वाला एकमात्र साबुन” उपभोक्ताओं के मन में एक मजबूत पहचान बना चुकी है। लेकिन अब कंपनी इस टैगलाइन को अपडेट करने की योजना बना रही है जिससे ब्रांड की अपील और बढ़ सके।
अन्य प्रोडक्ट्स में भी है विशेषज्ञता
हालांकि मैसूर सैंडल सोप KSDL का सबसे प्रसिद्ध प्रोडक्ट है लेकिन यह कंपनी अन्य कई उत्पाद भी बनाती है। इनमें क्लीनिंग प्रोडक्ट्स, अगरबत्ती और अन्य उपभोक्ता वस्तुएं शामिल हैं। इसके बावजूद, मैसूर सैंडल सोप की मांग सबसे अधिक रहती है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में KSDL ने ₹1,500 करोड़ का कारोबार किया, जो कंपनी के 40 वर्षों के इतिहास में सबसे बड़ा आंकड़ा है।